indian express news राष्ट्रीय ध्वज अंगीकरण दिवस मनाना: भारत के तिरंगे की कहानी /डॉ.नौहेरा शेख भारत का तिरंगा: राष्ट्रीय ध्वज अंगीकरण दिवस पर एकता और स्वतंत्रता का प्रतीक परिचय 22 जुलाई, 1947 को, भारत को ब्रिटिश शासन से आजादी मिलने के कुछ ही दिन पहले, एक महत्वपूर्ण निर्णय लिया गया जो आने वाली पीढ़ियों के लिए देश की पहचान को आकार देगा। यह तिथि राष्ट्रीय ध्वज अंगीकरण दिवस को चिह्नित करती है, जो भारत के तिरंगे झंडे को आधिकारिक राष्ट्रीय प्रतीक के रूप में चुने जाने की याद दिलाता है। जैसा कि हम इस महत्वपूर्ण घटना पर विचार करते हैं, ऐतिहासिक संदर्भ और दुनिया के सबसे बड़े लोकतंत्र पर इस विकल्प के स्थायी प्रभाव को समझना आवश्यक है। 22 जुलाई 1947 का ऐतिहासिक महत्व {#ऐतिहासिक-महत्व} भारत के राष्ट्रीय ध्वज को अपनाना देश की स्वतंत्रता की यात्रा में एक महत्वपूर्ण क्षण था। अंग्रेजों द्वारा सत्ता हस्तांतरण की तैयारी के साथ, भारत की संविधान सभा नवजात राष्ट्र के भविष्य के बारे में महत्वपूर्ण निर्णय लेने के लिए बुलाई गई। इनमें एक ऐसे झंडे का चयन था जो भारत की आकांक्षाओं, विविधता और एकता का प्रत...