indian express news ऐसे युग में जहां परिवर्तन की गूँज हर दिन तेज़ हो रही है, भारत एक ऐतिहासिक परिवर्तन के कगार पर खड़ा है। इस परिवर्तन के केंद्र में महिलाओं का सशक्तिकरण है, एक ऐसा विषय जिसने देश भर में चर्चाओं को जन्म दिया है और आंदोलनों को प्रेरित किया है। डॉ. नौहेरा शेख ग्लोबल फाउंडेशन नई दिल्ली द्वारा आयोजित आगामी राष्ट्रीय सम्मेलन, जिसका शीर्षक है "महिला विकास से महिला नेतृत्व वाले विकास तक: भारत के विकास प्रवचन में एक विवर्तनिक बदलाव", का उद्देश्य इसी परिवर्तन पर प्रकाश डालना है। यह कॉन्क्लेव महज़ एक आयोजन नहीं है; यह भारत के भविष्य को आकार देने में महिलाओं की ताकत, लचीलेपन और महत्वपूर्ण भूमिका का प्रमाण है। अग्रणी नारी शक्ति वंधन अधिनियम पर एक नज़दीकी नज़र नारी शक्ति वंधन अधिनियम (महिला आरक्षण विधेयक 2023) इस भूकंपीय बदलाव के केंद्र में है। राज्य विधानसभाओं और लोकसभा में महिलाओं के लिए न्यूनतम 33% प्रतिनिधित्व का इसका जनादेश क्रांतिकारी है, कम से कम यह तो कहा जा सकता है। यह अधिनियम केवल संख्याओं के बारे में नहीं है; यह प्रगति का प्रतीक है, जो अधिक समावेशी और समतावादी...